कल से तमाम मीडिया संस्थानों द्वारा यह भ्रामक खबर चलाई जा रही है कि डिजिटल पेमेंट पर आम आदमी को चार्ज देना होगा। आज विभिन्न अख़बारों ने भी इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया। विभिन्न मिडिया संस्थानों द्वारा कहा गया कि सर्कुलर आया है/सलाह दी गयी है… जबकि फैक्ट ये है कि इस सर्कुलर में आम आदमी को पेमेंट करने पर चार्ज जैसी कोई बात नहीं थी. आज NPCI ने स्पष्टीकरण दिया है –
क्या वायरल हुए सर्कुलर से आम यूजर पर असर होगा?
अब सवाल उठता है कि क्या ये फीस आम यूजर को देनी होगी, तो इसका जवाब है नहीं.
बैंक अकाउंट और PPI वॉलेट के बीच पियर-टू-पियर (P2P), पियर-टू-मर्चेंट (P2M) ट्रांजैक्शन पर ये लागू नहीं है. मतलब ये कि अगर मैंने किसी व्यक्ति को, किसी दुकानदार को पेमेंट किया तो मुझे कोई फीस नहीं देनी है।