मसूरी में चिंतन शिविर में धामी सरकार के विकास का रोडमेप होगा तैयार
देश के अग्रणी राज्यों में उत्तराखंड को 2025 तक शामिल करने के लिए धामी सरकार का मसूरी में चिंतन शिविर का आगाज हो गया है। शिविर का शुभारंभ करते हुए सीएम धामी ने कई विषयों पर चर्चा की। सीएम ने इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बेस्ट प्रैक्टिस करने की आदत डालनी होगी और 10 से 5 वाले कल्चर से बाहर आना होगा।
मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के सरदार पटेल सभागार में तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू हो गया है। शिविर का शुभारंभ सीएम धामी ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक केवल श्रेष्ठ राज्य की बात कहकर कुछ नहीं होने वाला बल्कि इसे हमको साकार करके दिखाना है।
सीएम ने कहा कि पर्यटन,योगा, हाइड्रो पावर, हॉर्टिकल्चर ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें अभी बहुत कुछ करने की संभावनाओं की गुंजाइश है। अभी कुछ दिनों से मैंने आदत बनाई है कि जिलों में भ्रमण के दौरान सुबह 6:00 से 8:00 तक आमजन से एक सामान्य सेवक की तरह बात करता हूं और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लेकर फीडबैक लेता रहता हूं।
आज से चिंतन शिविर शुरू किया है। यह चिंतन शिविर शिविर में सीएम पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, राज्य सरकार के सचिव, विभागाध्यक्ष सहित तमाम उच्च अधिकारियों ने शिरकत की। बता दें कि राज्य के विकास का रोडमैप तैयार करने के लिए सरकार का यह पहला चिंतन शिविर है।
मुख्यमंत्री ने कहा चिंतन शिविर से जो अमृत निकलेगा उससे हमारा उत्तराखंड जरूर आगे बढ़ेगा। साथ ही सभी को चिंतन के साथ चिंता भी करनी होगी कि उत्तराखंड हमारा श्रेष्ठ राज्य बने। 2025 तक उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है। शिविर में उत्तराखंड के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर चर्चा की जाएगी। कैसे राज्य पांच से दस सालों में आगे बढे़ इसका रोडमैप तैयार किया जाएगा।