देहरादून में सरस मेला-2024 का हुआ शुभारम्भ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को देहरादून के रेंजर्स ग्राउंड में सरस मेला – 2024 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का अवलोकन किया और महिलाओं से बातचीत कर उनके उत्पादों के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से महिलाओं द्वारा बनाए गए मंडुवे के केक की सराहना की और स्वयं सहायता समूह के द्वारा निर्मित दीयों की खरीदारी की, जिसके लिए उन्होंने ऑनलाइन भुगतान किया। उन्होंने कहा कि सरस मेला महिलाओं के परिश्रम और नवाचार का प्रतीक है, जो अपने स्थानीय उत्पादों के माध्यम से आजीविका का साधन बना रही हैं।
उन्होंने बताया कि यह मेला ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा, कौशल और उद्यमिता को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री ने स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने का प्रयास करने की बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान की भी चर्चा की और कहा कि यह मेला इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्य सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है, जैसे लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना, और मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत एक लाख से अधिक महिलाएं लखपति बन चुकी हैं, और उनका लक्ष्य 2025 तक 1.5 लाख लखपति दीदियों का है।
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के दौरान महिलाओं के उत्थान के लिए 84 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करने का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 30 हजार से अधिक समूहों को ब्याज की छूट दी और 159 महिला सीएलएफ को लगभग 8 करोड़ रुपये का अनुदान दिया।
सरकार द्वारा स्थापित नैनो पैकेजिंग यूनिट्स और सरस सेंटरों के माध्यम से महिला समूहों के उत्पादों का विपणन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सबके परिणामस्वरूप महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
स्वाति, स्त्री शक्ती स्वयं सहायता समूह की सदस्य, ने बताया कि उन्होंने 2019 में ग्रोथ सेंटर से प्रशिक्षण लेकर सजावटी मालाएं बनाना शुरू किया और प्रत्येक सदस्य महीने में 10 से 12 हजार रुपये कमा रही हैं।
उन्नति स्वयं सहायता समूह की लखपति दीदी कोमल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और बताया कि वे अन्य महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का कार्य कर रही हैं। धरा स्वयं सहायता समूह की लखपति दीदी फरजाना खान ने भी अपने दलिया उत्पादन का उल्लेख किया और कहा कि उनके उत्पाद की बाजार में अच्छी मांग है।