हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है, वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर ने ब्लड ग्रुप सिस्टम की खोज की थी. उनके इस योगदान के लिए 1930 में कार्ल लैंडस्टीनर को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। रक्तदाता दिवस वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टीनर को समर्पित हैं, जिनका जन्मदिन 14 जून को होता है। साथ ही विश्व रक्तदाता दिवस को मनाने का प्रमुख कारण इस दिन रक्तदान के महत्व को जागरूकता फैलाना भी है। इस दिन के माध्यम से लोगों को रक्तदान के फायदे और इसके संबंधित मामलों के बारे में जागरूक किया जाता है। यह दिवस रक्तदाताओं को सम्मानित करने और उनके योगदान को मान्यता देने का एक मौका भी है।
रक्त दान के लिए व्यक्ति का ब्लड ग्रुप महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि विभिन्न ब्लड ग्रुप अनुसार रक्त समान्यतः संयोज्य नहीं होता है। निम्नलिखित हैं कुछ प्रमुख ब्लड ग्रुप और उनकी संयोगितता:
ब्लड ग्रुप A: ब्लड ग्रुप A रखने वाले व्यक्ति रक्त दान कर सकते हैं ब्लड ग्रुप A और AB को। उन्हें ब्लड ग्रुप A और O से रक्त प्राप्त कर सकते हैं।
ब्लड ग्रुप B: ब्लड ग्रुप B रखने वाले व्यक्ति रक्त दान कर सकते हैं ब्लड ग्रुप B और AB को। उन्हें ब्लड ग्रुप B और O से रक्त प्राप्त कर सकते हैं।
ब्लड ग्रुप AB: ब्लड ग्रुप AB रखने वाले व्यक्ति रक्त दान कर सकते हैं केवल ब्लड ग्रुप AB को। उन्हें ब्लड ग्रुप A, B, AB और O से रक्त प्राप्त कर सकते हैं।
ब्लड ग्रुप O: ब्लड ग्रुप O रखने वाले व्यक्ति “सर्वोत्तम रक्त दाता” माने जाते हैं, क्योंकि उनके रक्त को किसी भी ब्लड ग्रुप के व्यक्ति के लिए संयोज्य बनाया जा सकता है। इसलिए, वे ब्लड ग्रुप A, B, AB और O को रक्त दान कर सकते हैं, लेकिन केवल ब्लड ग्रुप O से ही रक्त प्राप्त कर सकते हैं।
यह ब्लड ग्रुपों की संयोगितता एक आम रूप से मान्य नियम है, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में यह नियम अपनाने की आवश्यकता नहीं होती है। एक चिकित्सा पेशेवर आपको सटीक जानकारी प्रदान करेगा और आपको रक्तदान के लिए सटीक विशेष निर्देश देगा।